कानपुर में गर्ल्स हॉस्टल एमएमएस केस (Kanpur mms case) में हॉस्टल संचालक मनोज पांडेऔर वार्डन सीमा पाल को जमानत मिल गई है.संगीन मामले में इतनेजल्दीजमानत मिलने परपुलिस की जांच पर सवाल उठाए जा रहे हैं. कहा जा रहा हैहॉस्टल संचालक और वार्डन को रसूख के चलते जमानत मिली है. दोनों की बड़े अधिकारियों से जान-पहचान है.वहीं,हॉस्टलसंचालकऔरवार्डनकोमिलीजमानतपुलिसकीकार्रवाईपरउठेसवाल पुलिस का कहना हैजमानत कोर्ट से मिली है. हमने तो अपनी तरफ सेपूरी कार्रवाई करधाराएं लगाई थीं.वीडियो का मामला सामने के बाद हॉस्टल में मौजूद लड़कियों ने तुरंत ही वहां से जाना शुरू कर दिया था. उनके परिवार के लोगों ने उन्हें काकादेव कोचिंग मंडी में दूसरे हॉस्टलों में शिफ्ट किया है.हॉस्टल में 55 छात्राएं रह रही थीं. सभी ने यहां रहने-खाने का पूरा शुल्क पहले ही जमा करा दिया था.वहीं,जिन लड़कियों ने पुलिस में शिकायत की थी उनके परिवारवालों को उनकी सुरक्षा को चिंता सता रही है. परिजनों का कहना हैसंचालक और वार्डन दोनों को जमानत मिल गई है औरहमारी हमारी बेटियों को पढ़ाई के लिए उसी इलाके में रहना है. इन लोगों की इलाके में सभी से जान-पहचान है ऐसे में ये लोग लड़कियों को परेशान करेंगे. थाने में दारोगा ने लड़कियों से कहा था क्यों कोर्ट-कचहरी के चक्कर में फंस रही हो.ऋषि केमोबाइल फोन मेंकुछ वीडियो मिले थे. जिन्हें पुलिस ने जिन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. ज्वाइंट कमिश्नर ने कहा था हॉस्टल में जो एसपी सुरेंद्र तिवारी के नाम की नेम प्लेट लगी है, उसमें अधिकारी से बात हुई. अधिकारी के मुताबिक,उनका इस बिल्डिंग से कोई लेना देना नहीं है. यह बिल्डिंग रमेश सोमानीकी है, नाजायज फायदा लेने के लिए नेम प्लेट लगा रखी थी, फिलहाल इस मामले की हम जांच करेंगे.मामले में गिरफ्तार हुई वार्डन सीमा पाल ने पुलिस से कहा था कि लड़कियों ने मुझसेकभी शिकायत नहीं की. वहीं, लड़कियों ने आरोप लगाते हुए कहा था वार्डन ने हमारी नहीं सुनी थी. सफाई कर्मी की शिकायत करने पर हमें ही धमकाया था.छात्राओं की अश्लील वीडियो बनाने वाला सफाई कर्मी ऋषि जेल चला गया है. संचालक और वार्डन को जमानत मिल गई है. संचालक ने पूरा ठीकरा सफाई कर्मी पर फोड़ा है और खुद का मामले से कोई संबंध नहीं होने की बात कही है.
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