कनाडा में दोबारा ग्रुप सेक्स की मस्ती-3
सुबह जल्दी उठकर योग किया,कनाडामेंदोबाराग्रुपसेक्सकीमस्ती फिर नहा कर चाय पी और फिर ऐसा ही कुछ देर हम मस्ती करते रहे।थोड़ी ही देर बाद मार्क भी आ गया और हम लोग Hanlan’s Point Beach पर पहुंच गए जो लुइस के घर से 15 मिनट की दूरी पर ही है।फिर हम ने कपड़े निकाले और पूरे नंगे हो गए, पर इस बार मुझे बिल्कुल भी शर्म और झिझक नहीं थी।खुद नंगे लोगों के बीच में नंगी होकर घूमना कितना सुकून दे रहा था कोई शब्द नहीं है ये सब बताने के लिए।पर इस बार जब मैंने चारों तरफ देखा तो ज्यादातर लोग पूरे नंगे ही घूम रहे थे।पर मेरी निगाह चुदाई कर रहे कपल को ढूंढ रहीं थीं, जो कहीं पर नहीं दिखाई दे रहे थे, पर कुछ महिला और लड़कियों को जरूर देखा था जो लंड चूस रही थी लोगों के ही बीच में और वहाँ आसपास के लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा था बिल्कुल सामान्य लग रहे थे।खैर मैं मार्क से चिपक कर चलने लगी क्योंकि वो लुइस के मुकाबले ज्यादा तगड़ा था और उसके सिक्स पैक भी थे।उसका एक हाथ मेरी कमर पर था और मैंने मेरा हाथ उसके कूल्हों पर रखा था और उस पर हाथ भी फेर रही थी और उस पर बात करते हुए चपत भी लगा देती।थोड़ी देर बाद हम पानी में मस्ती करने लगे और दोनों ने मुझे गोदी में उठाकर पानी में फेंक दिया और मैं भी उनके रंग में रंग गई पर इतने सारे लण्ड देखकर मेरे मन में हवस जाग उठी, मन तो कर रहा था कि सारे लंड चूत, गांड और मुँह में ले लूँ और जी भर के चुद जाऊँ…पर ऐसा सम्भव नहीं था।तो मैं मार्क और लुइस के लण्ड से ही पानी में खेलने लगी पर उन्होंने रोक दिया और फिर कुछ पीने को लेकर आये और हमने वो पी पर मैंने उन्हें कहा- मुझे चुदना है, बहुत तेज आग लग रही है चूत में!तो थोड़ी देर बाद मार्क ने हमें साथ चलने के लिये कहा और हमें एक सुनसान जगह पर ले गया, कोई झरना था वहाँ पर!और वहाँ जाते ही मैं देर न करते हुए उन दोनों के लण्डों को बारी बारी चूसने लगी। जब उनके लंड तन गए तो वो मेरी चूत को चाटने लगे पर आग इतनी तेज लग रही थी कि मैंने उन्हें रोक दिया, तो वो लण्ड को मेरी चूत में फंसाकर मेरी चूत को चोदने लगे।मुझे थोड़ी तकलीफ हो रही थी तो उन्होंने एक समतल पत्थर पर बैठकर मेरी चूत और गाण्ड को चोद दिया, अब इससे आगे मैं बताना नहीं चाहती क्योंकि चुदाई कोई मजेदार नहीं थी, बस मुझे मेरी चूत की आग तो ठंडा करना था।चुदाई के बाद हम वापस बीच पर आ गए और बहुत देर तक हमने मस्ती की फिर घर आकर लुइस और मैं साथ नहाये।मैं इस बार कनाडा में सिर्फ 4 दिन ही रुकी और चारों दिन नंगी रही, सिर्फ खाना खाने के समय या फिर बाजार में घूमने के समय ही कपड़े पहने।और इस बार भी मैंने पिछली बार की तरह लुइस के अलावा 8 नए लंड चूत और गांड में लिए।पर इस बार मुझे पहले से ज्यादा मजा आया क्योंकि पिछली बार मेरे साथ मलीना साथ में थी, पर इस बार तो मैं अकेली ही इन 8 लण्डों की मालकिन बनी।और एक साथ 4 लंड से चुदाई का नया अनुभव भी लिया।लेकिन 4 लण्ड सिर्फ 1 बार ही लिये।जब घर आई तो मैं सफर से थक चुकी थी, रात को मैं पूरी नंगी होकर काँच के सामने खड़ी होकर खुद को निहार रही थी।तभी पतिदेव ने पीछे अचानक मुझे जकड़ लिया और पागलों की तरह चूमने लगे, मैं उनसे छूटने का झूठा विरोध करने लगी।थोड़ी दे बाद उन्होंने मुझे गोदी में उठाकर बिस्तर पर फेंक दिया, मैंने कहा कि बच्चे आ जायेंगे।तो उन्होंने कहा- दोनों माँ पापा के साथ सो रहे हैं!और फिर मुझे चूमने चाटने लगे, मैं उन्हें झूठा ही दूर करने लगी और वो मेरी चूत चाटने लगे, मैंने भी विरोध बन्द कर दिया।जब मैं झड़ी तो वो बेल्ट और एक छड़ी लेकर आये, मैं समझ गई थी कि ये आज हिंसक सेक्स के मूड में हैं और मैंने भी खुद को उनके हवाले कर दिया।पर पता नहीं क्या खाकर उन्होंने सेक्स किया था कि चूत और गाण्ड को चोदा नहीं बल्कि फाड़ कर रख दिया, और मेरे चूतड़ में तो बहुत तेज जलन हो रही थी पर मीठी सी।रात को हमने दो बार हिंसक सेक्स किया और मैंने भी उनके चूतड़ लाल कर दिए थे।पर मेरी हालत ज्यादा बुरी थी, चूत और गांड में इतना ज्यादा दर्द हो रहा था कि मुझे सुबह ठीक तरह से बैठा भी नहीं जा रहा था और उस दिन ऑफिस भी नहीं गई।पर यह दर्द मुझे बहुत हसीन लग रहा था क्योंकि 7-8 माह बाद हमने हिंसक सेक्स जो किया था।4-5 दिन बाद जब दर्द थोड़ा कम हुआ तो मैं फिर ऑफिस जाने लगी।आपको मेरी कहानी कैसी लगी, कमेंट्स जरूर करें, उम्मीद है कि अच्छे कमेंट्स ही करेंगे।अगली कहानी में बताऊँगी कि मैंने कैसे किस तरह से मेरी एक और सहेली के साथ लेस्बियन सेक्स किया।पर इस कहानी का रेस्पॉन्स मिलने के बाद।[email protected]